भारत-अमेरिका के बीच निवेश समझौते के लिए वार्ता तेज होगी

भारत-अमेरिका के बीच निवेश समझौते के लिए वार्ता तेज होगी

वाशिंगटन। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय निवेश समझौते को शीघ्र पूरा करने के लिए दोनों देश तकनीकी पहलुओं पर तेजी से वार्ता करने के लिए सहमत हुए हैं।





अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रोन क्रिक के साथ बुधवार को एक फलदायी वार्ता के बाद भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय वाणिज्यिक मुद्दों को शीघ्र सुलझाने के लिए 'व्यापार नीति फोरम' को और मजबूत करने पर भी सहमत हुए हैं।अक्टूबर में भारत में फोरम की सम्भावित मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले द्विपक्षीय व्यापार के मुद्दों पर दो दौर की वार्ता होगी। भारत और अमेरिका के बीच वस्तुओं और सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 85 अरब डॉलर तक पहुंचने का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि वार्ता में 'भारत के विकास के लिए और भारत-अमेरिका व्यापार को पोषित करने के लिए क्या जरूरी है', इस पर चर्चा हुई। इस मौके पर क्रिक ने भारत द्वारा उच्च विकास दर को बनाए रखने के लिए किए गए विभिन्न नीतिगत फैसलों के लिए शर्मा की प्रशंसा की। क्रिक ने भारत की उच्च विकास दर के कारण अमेरिकी कम्पनियों के लिए उपलब्ध अवसरों का जिक्र किया वहीं शर्मा ने कहा कि उन्होंने भारतीय कम्पनियों की चिंताओं से क्रिक को अवगत कराया। क्रिक ने कहा, "दोनों देशों के बीच बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार और निवेश से अमेरिका और भारत में हजारों नौकरियां बचाने में मदद मिली है, और हमें पता है कि हम आने वाले समय में और तेजी से विकास करेंगे।" न्होंने कहा, "भारत और अमेरिका दोनों देशों में विकास प्रक्रिया को गति देने के लिए निश्चित तौर पर बाजार तक पहुंच और निवेश से जुड़े लम्बित मुद्दों को सुलझाना होगा।"
 


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