लीबिया: अमरीका, ब्रिटेन ने सौ से ज़्यादा मिसाइलें दागीं

लीबिया: अमरीका, ब्रिटेन ने सौ से ज़्यादा मिसाइलें दागीं

 अमरीका और ब्रिटेन के नौसैनिकों ने लीबिया की राजधानी त्रिपोली और प्रमुख शहर मिसराता के आसपास के इलाक़ों पर सौ से ज़्यादा क्रूज़ मिसाइलें दागी हैं.

अमरीकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के अनुसार अमरीका और ब्रिटेन की ओर से 100 से ज़्यादा क्रूज़ मिसाइलें दागी गई हैं.

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लीबिया पर 'नो फ़्लाई ज़ोन' लागू करने और वहाँ के नागरिकों को कर्नल गद्दाफ़ी की फ़ौज के हमलों से बचाने के मक़सद से पारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव के बाद ये शुरुआती सैन्य कार्रवाई है.

भूमध्यसागर और उत्तर अफ्रीका युद्ध क्षेत्र में बदल गए हैं.इस क्षेत्र में जिस तरह से नागरिकों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है वह ख़तरनाक साबित हो सकता है.शस्त्रागारों को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा ताकि लोग उपनिवेशवादी हमलों से अपनी रक्षा कर सकें.

लीबिया में 41 साल से सत्ता में बने हुए कर्नल गद्दाफ़ी

सबसे पहले फ़्रांसीसी लड़ाकू विमानों ने कर्नल गद्दाफ़ी की सरकार के ख़िलाफ़ विद्रोह कर रहे लोगों के कब्ज़े वाले पूर्वी शहर बेनग़ाज़ी के ऊपर उड़ानें भरीं. एक सैन्य प्रवक्ता के अनुसार इन विमानों ने कई सैन्य वाहनों, टैंकों और बख़्तरबंद गाड़ियों को नष्ट कर दिया.

ब्रितानी लड़ाकू विमानों ने सीधे इंग्लैंड से लीबियाई निशानों के लिए उड़ानें भरी हैं.

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राजधानी त्रिपोली में रविवार को तड़के ही एंटी-एयरक्राफ़्ट फ़ायरिंग सुनी गई.

लोगों को हथियारों से लैस करेंगे: गद्दाफ़ी

लीबिया में जैसे ही सैन्य कार्रवाई शुरु हुई लीबिया में 41 साल से सत्ता में बने हुए कर्नल गद्दाफ़ी ने कहा कि भू-मध्यसागर और उत्तर अफ्रीका युद्ध क्षेत्र में बदल गए हैं.

उन्होंने चेतावनी दी, "भू-मध्यसागर के क्षेत्र में नागरिक और सैन्य ठिकाने के इन हमलों का निशाना बनने का ख़तरा है. सैना के डिपो लोगों के लिए खोल दिए गए हैं और लीबिया की एकता और गौरव की रक्षा के लिए उन्हें हर तरह के हथियारों से लौस किया जा रहा है."

राष्ट्रीय टेलीविज़न पर प्रसारित गद्दाफ़ी के संदेश में कहा गया है कि लीबियाई लोगों को हथियारों से लौस किया जाएगा ताकि 'उपनिवेशी ताकतों' का सामना किया जा सके.

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लीबियाई अधिकारियों ने कहा है कि नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया है लेकिन उन्होंने इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी है.

हम चुप नहीं बैठ सकते: ओबामा

अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ब्राज़ील में अपनी यात्रा के दौरान कहा है कि अमरीका एक गठबंधन के हिस्से के तहत 'सीमित सैन्य कार्रवाई' कर रहा है.

जब एक निर्दयी शासक अपने लोगों से कह रहा हो कि वह किसी को नहीं बख़्शेगा और उसकी सेनाएँ अपने ही लोगों पर हमले तेज़ कर रही हो तो हम चुप नहीं बैठ सकते...अमरीकी थल सेना इस अभियान में हिस्सा नहीं लेंगी

अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा

उनका कहना था, "जब एक निर्दयी शासक अपने लोगों से कह रहा हो कि वह किसी को नहीं बख़्शेगा और उसकी सेनाएँ अपने ही लोगों पर हमले तेज़ कर रही हो तो हम चुप नहीं बैठ सकते...अमरीकी थल सेना इस अभियान में हिस्सा नहीं लेंगी."

उधर ब्रितानी प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि लीबिया के ख़िलाफ़ सैन्य कार्रवाई 'ज़रूरी है, वैध है और सही है.' उनका कहना था कि संघर्षविराम की बात करने के बाद, इसके ठीक उलट उनकी सेनाओं ने नागरिकों पर हमले तेज़ कर दिए हैं.

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ब्रितानी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि एक ब्रितानी पनडुब्बी ने लीबियाई सैन्य डिकानों पर कई मिसाइलें दागी हैं.

बीबीसी की अरबी सेवा को त्रिपोली से सूत्रों ने बताया है कि त्रिपोली पर गौलाबारी में फ़िलहाल शहर के पूर्वी इलाक़ों - स्वानी, एयरपोर्ट रोड और घाशीर को निशाना बनाया गया है.

त्रिपोली के ऊपर आकाश में भारी बमबारी की आवाज़ें सुनी गई हैं और कई धमाके हुए हैं.

मिसराता पर हुए हमलों में सैन्य हवाई अड्डो को निशाना बनाया गया है.

दूसरी ओर बेनग़ाज़ी से मिल रही ख़बरों में कहा गया है कि टैंकों और तोपों से गद्दाफ़ी समर्थक फ़ौज ने शहर पर हमला किया है और इसमें विश्वविद्यालय का इलाक़ा शामिल है.

इससे पहले फ़्रांस के राष्ट्रपति निकोला सार्कोज़ी ने कहा, "अंतरराष्ट्रीय समुदाय कर्नल गद्दाफ़ी के पागलपन को रोकने के लिए हस्तक्षेप कर रहा है. लीबिया में आम नागरिक केवल इतनी ही मांग कर रहे हैं वे अपनी किस्मत का फ़ैसला ख़ुद कर सकें और इन लोगों की जान को ख़तरा है.


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