21 जनवरी 2012
लखनऊ। कम्प्यूटर और अंग्रेजी की मुखालफत करने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव जीतने पर छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट बांटने का हाईटेक वादा तो कर दिया है, लेकिन अब सवाल यह उठने लगे हैं कि लाखों छात्रों को लैपटॉप और टैबलेट देने के लिए करोड़ों रुपये का इंतजाम कहां से होगा। कहीं सपा का यह चुनावी वादा महज वादा बनकर ही तो नहीं रह जाएगा! सपा ने शुक्रवार को जारी अपने चुनाव घोषणा पत्र में वादा किया कि अगर प्रदेश में पार्टी की सरकार बनी तो 12वीं पास करने वाले छात्रों को लैपटॉप और कक्षा 10 पास करने वाले छात्रों को टैबलेट नि:शुल्क दिया जाएगा।
मतदाताओं को लुभाने जारी हुआ सपा का घोषणापत्र
इस साल दसवीं की परीक्षा में तकरीबन 27 लाख छात्र बैठ रहे हैं। अगर पिछले साल आए 70 फीसदी परिणाम को आधार बनाया जाए तो करीब 21 लाख छात्र उत्तीर्ण होंगे। इसी तरह 12वीं में इस साल 21 लाख छात्र परीक्षा में बैठ रहे हैं। पिछले वर्ष के परिणाम को आधार मानें तो इस वर्ष भी करीब 19 लाख छात्र उत्तीर्ण होंगे। यानी अगर सपा की सरकार बनी तो मुलायम सिंह यादव को करीब 19 लाख छात्रों को लैपटॉप और 21 लाख छात्रों को टैबलेट देना पड़ेगा। इस पर करीब 2,500 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।
छात्रों को लाखों की संख्या में लैपटॉप बांटने पर आने वाले खर्च को पूरा करने के लिए करोड़ों रुपये का अतिरिक्त धन कहां से जुटाया जाएगा, सपा नेताओं के पास इसका कोई ठोस जवाब नहीं है।
इस बाबत पूछे जाने पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "जब सरकार बनेगी तो पैसा भी जा जाएगा। जनता को हम पर पूरा भरोसा है।"
उधर, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने सपा की लैपटॉप वितरण घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सपा ने छात्रों को लैपटॉप बांटने का ऐलान तो कर दिया लेकिन इतना पैसा लाएंगे कहां से..इसका पार्टी नेताओं के पास कोई जवाब नहीं है। इस घोषणा को महज एक ऐसी घोषणा समझ्झा जाए जो कभी पूरी नहीं होगी।"
“अल्पसंख्यकों को आरक्षण तुष्टीकरण की पराकाष्ठा”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश प्रवक्ता हृदय नारायण दीक्षित ने कहा, "सपा का लैपटॉप बांटने का ऐलान केवल एक चुनावी स्टंट है। युवाओं का वोट लेने के मकसद से सपा ने यह लालच दिया है।"
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